नमस्कार मित्रों! जैसा की आप सभी जानते है की आने वाला महीना फ़रवरी का है. यह महीना अपने आप में बहुत खास होता है – सिर्फ इसलिए नही होती क्योंकि आपको इस महीने सबसे कम ऑफिस जाना होता है बल्कि इसलिए भी क्योंकि इस महीने के पूरे सात दिन आप प्रेम के रंगों में रंगते है.
बड़े बुजुर्गो की माने तो प्रेम दुनिया का सबसे बड़ा भाव है जो चाहने वालो के भीतर सम्पूर्ण जीवन बना रहता है. प्रेम करने की कोई उम्र, तारीख या फिर जगह निश्चित नहीं होती है, यह कभी भी कहीं भी व्यक्त किआ जा सकता है. बावजूद इसके प्रेमियों के बीच फरवरी महीने का अलग ही महत्त्व होता है तथा वे इस महीने की 14 तारीख को Valentine’s Day के रूम में मनाते है.
कहीं न कहीं आपने भी इस विशेष प्रकार के त्यौहार के बारे में सुना जरुर होगा और हो न हो आपने भी इसको अपने अंदाज़ में मनाया भी होगा. पर क्या अपने कभी सोचा की वास्तव में Valentine’s Day है क्या तथा इसको क्यों मनाया जाता है?
यदि हम भारतीय संस्कृति की बात करे तो हमारे यहाँ मनाएं जाने वाले हर त्यौहार, उत्सव या तिथि का अपना एक इतिहास है तथा वह कहीं न कहीं हमारे देश के देवी-देवताओ या फिर महापुरुषों से प्रेरित है. पर यदि Valentine’s Day भी एक त्यौहार है तो इसका क्या इतिहास है, आइये जानते है.
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क्या होता है Valentine’s Day?
Valentine’s Day एक प्रकार का त्यौहार है जो की प्रेमियों के बीच विशेष रूप भारतिय जोड़ो के बीच प्रेम दिवस के रूप में मनाया जाता है. हालाँकि इस त्यौहार के इतिहास का भारत से कोई भी सम्बन्ध नही है और ना ही तो भारतीय लोग इसको इसके इतिहास के लिए मानतें है. भारत में Valentine’s Day सिर्फ और सिर्फ एक विशेष दिन के रूप में जाना जाता है जिस दिन सभी प्रेमी अपने पार्टनर्स के साथ एक अच्छा एवं यादगार समय बिताना चाहते है.
इस दिन सभी प्रेमी जोड़े चाहें वो विवाहित हो या अविवाहित अपने पार्टनर की गलतियों तथा बीच के सभी लड़ाई-झगड़ो को भुलाकर एक दुसरे के सामने अपने दिल की बात रखते है. वैसे तो Valentine’s वीक में प्रोपोस करने के लिए एक विशेष दिन भी होता है किन्तु कुछ लोग Valentine’s Day पर भी अपने क्रश को प्रोपोस करते है.
सभी जोड़े इस दिन को अपने – अपने अंदाज़ में मनाते हैं. जहाँ कुछ जोड़े इस दिन ट्रिप अथवा अपनी पसंदीदा जगह पर जाना पसंद करते है तो कुछ लोग अपने घर में ही सजावट करके अपना प्रेम प्रगाढ़ करते है. कहीं कहीं Valentine’s Day पर गिफ्ट् एवं मिठाइयाँ देने का भी चलन है जबकि कुछ जोड़े इसको सादगी के साथ सिर्फ लाल गुलाब देकर भी मनाते है.
कब और क्यों मनाया जाता है Valentine’s Day?
जैसा की हमने आगे भी उल्लेख किआ हुआ है की Valentine’s Day हर साल के फरवरी महीने की 14 तारीख को मनाया जाता है. यूरोपीय देशो में यह उत्सव संत वैलेंटाइन की पुण्यतिथि के दिन उनकी याद में मनाया जाता है.
यूरोपीय देशो में Valentine’s Day मनाएं जाने की प्रमुख वजह भी संत वैलेंटाइन का इतिहास ही है. जबकि भारत तथा एशिया के अन्य देशो में यह त्यौहार सिर्फ और सिर्फ प्रेमदिवस के रूप में मनाया जाता है.
Valentine’s Day क्यों मनाया जाता है इसके बारे में जानने के लिए हमको सबसे पहले Valentine’s Day के इतिहास को समझना होगा.

क्या है Valentine’s Day का इतिहास?
मोटा माटी देखा जाये तो Valentine’s Day का इतिहास संत Valentine से जुड़ा हुआ है. अतः इससे पहले की हम इस उत्सव के इतिहास पर चर्चा करें, आपके लिए संत वैलेंटाइन के बारे में समझना जरुरी है.
कौन थे संत वैलेंटाइन?
जानकारों के मुताबिक संत वैलेंटाइन रोम के एक इसाई परिवार में जन्मे एक महान समाजसुधारक थे. वास्तव में वह एक पादरी थे तथा ईश्वर की पूजा अर्चना करना उनका प्रमुख कार्य था. संत वैलेंटाइन की मृत्यु से जुडी कई कहानियां भी सुनने को मिलती है. इन्ही कहानियों में से एक प्रमुख कहानी Valentine’s Day के संदर्भ में भी कही जाती है.
लोगो की माने तो संत वैलेंटाइन रोम में प्रेम के प्रतीक माने जाते थे तथा प्रेमियों के मन में उनके लिए बहुत आदर था. इसीलिए जब संत वैलेंटाइन की मृत्यु हुई तो रोम के लोगो ने उनकी को प्रेम की विजय के रूप में देखा, तथा हर साल संत वैलेंटाइन की पूर्णतिथि को प्रेम के दिन के रूम में मनाना प्रारंभ कर दिया.
हालाँकि लोगो के संत वैलेंटाइन पर इस अटूट भरोसे के पीछें एक और वजह भी है जो रोम के राजा तथा उसकी तानाशाही को बयाँ करती है.
क्या है Valentine’s Day की पूरी कहानी?
इतिहास के विद्वानों की माने तो तीसरी शताब्दी के दौरान रोम की कमान सम्राट क्लाडियस द्वितीय नाम के शाशक के हाथ में थी. क्लाडियस अपने समय का बहुट बड़ा सनकी तथा तानाशाह शाशक माना जाता था. यह राजा अकसर अलग अलग तरह के तानाशाही फरमान जारी किआ करता था.
एक बार जब क्लाडियस अपनी सेना की बेहतरी को लेकर चर्चा कर रहा था तब किसी ने उसको सुझाव दिया की सैनिकों की कमजोरी की प्रमुख वजह उनकी पत्नियाँ है. राजा इस बात पर आत्ममंथन किआ और पाया की वास्तव में शादी सुदा सैनिक अविवाहित सैनिकों से अधिक बलशाली तथा अनुशाषित है.
इस शोध के बाद राजा ने राज्य के सभी सैनिकों पर शादी न करने की पाबन्दी लगा दी तथा युवा सैनिकों के लिए शादी करना गैर कानूनी घोषित कर दिया. इस तानाशाही फरमान के बाद संत वैलेंटाइन ने राजा का विरोध किआ तथा प्रेमी जोड़ो की शादी चर्च में गुपचुप तरीके से कराने लगे. जब सम्राट को संत वैलेंटाइन की इस कारस्तानी का पता चला तो उसने संत को मौत की सजा सुना दी. तथा जब संत वैलेंटाइन सजा-ए-मौत दी गई तब रोम के निवासियों ने उनकी मौत को एक बलिदान बताया, तथा प्रतिवर्ष उनके अंतिमदिवस को Valentine’s Day के रूप में मानाने लगे.
हालाँकि इस कहानी के अलावा संत वैलेंटाइन से जुडी एक और कहानी भी बहुत प्रचलित है. दूसरी कहानी में संत की मौत का कारण उनका ईसाइयों के प्रति लगाव को बताया जाता है. कथा के अनुसार तीसरी शताब्दी में ईसाइयों पर बहुत जुर्म किए जाते थे. उन्हें कैद में डालकर दर्दनाक यातनाएं दी जाती थी, तथा ऐसे में संत वैलेंटाइन उन कैदियों को कैद से भागने में मदद करते थे.
अब कौन सी कहानी असली है और कौन नकली इसकी पुष्ठी कर पाना तो बेहद जटिल है, फिर भी इतना कह सकते है की Valentine’s Day का इतिहास संत वैलेंटाइन की मृत्यु से जुड़ा हुआ है.

क्या होता है Valentine’s वीक के अलग अलग दिनों का मतलब?
हमने भले ही अब तक के ब्लॉग में सिर्फ और सिर्फ Valentine’s Day के बारे में चर्चा की हो पर वास्तव में यह सिर्फ एक दिन का त्यौहार नही है. प्रेमी जोड़े इस त्यौहार को पुरे एक सप्ताह तक मनाते है जहाँ सप्ताह के हर दिन का अपना एक अलग मतलब तथा उद्देश्य होता है. आशिकों का यह सप्ताह फरवरी माह की 7 तारीख से लेकर 14 तारीख तक चलता है तथा इसके प्रमुख दिन निम्न प्रकार है;
तारीख | डे (विशेष नाम) |
7 फरवरी | रोज डे |
8 फरवरी | प्रपोस डे |
9 फरवरी | चॉकलेट डे |
10 फरवरी | टेडी डे |
11 फरवरी | प्रॉमिस डे |
12 फरवरी | हग डे |
13 फरवरी | किस डे |
14 फरवरी | वैलेंटाइन्स डे |
6 बेहतरीन Love Tips
वैसे तो आज के इस आधुनिक युग में प्रेम एक ऐसा विषय है जिसमे लगभग हर दुसरे इन्सान ने पीएचडी कर रखी है. सभी प्रेम को बहुत बेहतर समझते है और सबके पास अपने साथी को रिझाने के कुछ न कुछ रामबाण इलाज भी है. बावजूद इसके कई बार लोग प्रेम में असफल हो जाते है. और एक सत्य ये भी है की प्रेम में असफलता का कारण हर बार पैसा या फिर खूबसूरती नही होती. कई बार आप अपनी गलत हरकतों के चलते भी लव में फ़ैल हो जाते है.
यहाँ हमने कुछ बेहतरीन लव टिप्स दी हुई है जो आपके रिश्ते को अधिक आनंदमयी तथा रोमांटिक बनाने के लिए बहुत जरुरी है. आइये देखते है क्या है 6 बेहतरीन Love Tips;
अपने साथी को समझने की कोसिस करें
आप जिस इन्सान को जितना अधिक समझते है आप उससे उतना ही अधिक प्रेम करते है. यदि आप अपने साथी के बिना बोले ही उसका दुःख सुख समझ सकते है तो वास्तव में आप एक अच्छे पार्टनर है. हालाँकि अलग अलग लोग प्रेम की अलग अलग परिभाषाएँ देते है पर सभी परिभाषाओं का शार सिर्फ और सिर्फ एक दुसरें को बेहतरी से समझना ही है.
रिश्ता भले ही कोई भी हो पर प्रेम की परिभाषा सभी रिश्तो के लिए लगभग समान ही रहती है. उदाहरण के लिए दुनिया में सबसे ज्यादा प्रेम माँ बेटे के रिश्ते में माना जाता है. जहाँ माँ अपने बच्चे की हर बात को बिना बोले ही समझ जाती है. कब बच्चे को भूख लगी है, कब वह प्यासा है, कब उसको घूमना है माँ सबकुछ बच्चे के बिना बोले ही समझ जाती है. बच्चे को समझने की यही कला एक माँ के अपने बच्चे के प्रति प्रेम को परिभाषित करती है.
तो सबसे पहले आपको अपने साथी को समझने की जरुरत है. एक बार आप अपने साथी के शुख दुःख तथा अच्छे बुरे को समझने लग गए फिर आपके रिश्ते में कभी भी प्यार की कमी नही रहेंगी.
अपने साथी को पर्याप्त समय दे
वैसे तो प्रेमी अपने साथी को खुश करने के लिए बहुत सारे गिफ्टस आदि देते रहते है. कई बार लोग प्रेम में सरप्राइज आदि भी देते है जो की कहीं न कहीं आपके रिश्ते को हेल्दी तथा हैप्पी बनाते है. पर प्रेम में देने की जो सबसे जरुरी चीज है वह है समय. एक सच्चा पार्टनर आपसे आपके समय की उम्मीद करता है वह आपसे दूर रह कर हजारों के गिफ्ट्स नही बल्कि आपके साथ रहकर सस्ती सी चॉकलेट खाने की इच्छा रखता है.
समय कई बार इन्सान अथवा किसी चीज के महत्व हो दिखाता है. यदि आप लगातार अपने कार्य अथवा किसी अन्य चीज को ही समय देते है तो आपके साथी को लगता है की आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण आपका काम ही है. ऐसे में न चाहते हुए भी रिश्ते में दरार आने लग जाती है और आपका रिश्ता कमजोर होने लगता है.
अतः सबसे जरुरी है कि आप अपने पार्टनर को अधिक से अधिक समय दे तथा कार्य आदि में देरी का अंदेशा होने पर अपने पार्टनर को पहले ही इल्तला करे.
सम्मान एवं भागीदारी
सम्मान एक ऐसी चीज है जो दुनिया का हर इन्सान पाना चाहता है और जब बात किसी रिश्ते की हो तो सम्मान का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है. पति पत्नी या गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड् के रिश्ते में सम्मान का मतलब एक दुसरे के नाम से पहले श्रीमती या श्रीमान लगाना ही नहीं होता है और ना ही तो एक दुसरे के आने पर चेयर छोड़ना. इस रिश्ते में सम्मान का मतलब व्यक्तिगत भावनाओ तथा विचारो की आजादी होता है.
एक अच्छे हेल्दी रिश्ते को बनाने तथा उसको हमेसा जीवित रखने के लिए आपको अपने पार्टनर के विचारों तथा मान्यताओ का सम्मान करना होता है. इतना ही नहीं बल्कि घर के अथवा जीवन के किसी भी फ़ैसले में दोनों की हिस्सेदारी भी आपके रिश्ते में सम्मान के महत्त्व को दर्शाती है. \
अर्थात आपको हमेसा कुछ भी महत्वपूर्ण कार्य करने से पहले अपने साथी के विचारों को भी सुनना चाहिए तथा उसके विचारों का सम्मान करना चाहिए.
एक दुसरे पर बोझ न बने
रिश्ते में एक दुसरे की परवाह करना बहुत अच्छी बात है जो की आपके साथी की आपके या फिर आपकी आपके साथी के प्रति प्रेम भावना को दर्शाता है. किन्तु प्रेम में एक पार्टनर का बोझ बन जाना कहीं न कहीं सही नहीं है. हालाँकि रिश्ते में सबकी अपनी जिम्मेदारियां होती है और सब सपने तरीके से एक दुसरे की मदद करते है फिर भी जितना संभव हो आपको अपने कार्यों को खुद ही करना चहिये.
साथ ही आपको कभी कभी अपने पार्टनर के कार्यों में भी हाथ बटाने की कोसिस करनी चाहिए जो की आपके रिश्ते को एक अलग ही उचाई पर ले जाने का काम करेगा.
रिश्ते में लाएं रोमांस
पति-पत्नी के रिश्ते में रोमांस का बहुत महत्व होता है तथा कई बार रिश्ते में रोमांस की कमी भी रिश्ते के अंत का कारण बन जाती है. रोमांस का असल मतलब सिर्फ बेडरूम तक या फिर सेक्सुअल इंटरकोर्स तक ही सीमित नहीं होता है. आप बेडरूम से बाहर भी अपने पार्टनर के साथ रोमांस कर सकते है. हल्की सी गुदगुदी, प्यारा सा हग और स्वीट सा बाय बाय भी रोमांस का ही हिस्सा होता है.
आपके रिश्ते में जितना अधिक रोमांस होगा आपके रिश्ते में उतनी ही अधिक मस्ती तथा खुशियाँ होंगी. यहीं छोटी छोटी खुशियाँ ही आपके रिश्ते को और अधिक मजबूत बनाने में मदद करेंगी.
साथी से जुडी तारीखों आदि को याद रखे
रिश्तो में कई बार खटास सिर्फ इसलिए आ जाती है क्योंकि आप अपने पार्टनर या रिश्ते से जुडी कोई महत्वपूर्ण तारीख भूल जाते है. वास्तव में ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपका पार्टनर उस विशेस तारीख पर आपसे किसी सप्राइज आदि की उम्मीद लगा लेता है, पर आप सप्राइज देना तो दूर तारीख ही भूल जाते है. ऐसे में आपके पार्टनर की एक उम्मीद टूट जाती है जो की कष्टदायी होती है.
यह एक तरह का मनोवैज्ञानिक प्रभाव है जो न सिर्फ आपके पार्टनर बल्कि आपको भी प्रभावित कर सकता है. अतः रिश्ते की मिठाश बनाए रखने के लिए जरुरी है की आप अपने साथी से जुडी सभी तारीखों को याद रखें.
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श्री नरेंद्र के पास कन्टेन्ट राइटिंग में बहुमुखी प्रतिभा है। इन्हें इन्टरनेट पर लोगो की मदद करने में रूचि है. इन्होने Online Earn Money और बिज़नस Ideas जैसे कई ब्लॉग, हेल्थ आर्टिकल्स तथा स्क्रिप्ट लिखी हैं। उन्होंने डीप एनालिसिस न्यूज नाम के एक न्यूज चैनल में भी काम किया है।
कन्टेन्ट राइटिंग के अलावा, श्री नरेंद्र को कविता लेखन में बहुत रुचि है और उन्होंने कई कविताएँ भी लिखी हैं।
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