होम ट्यूटर सर्विसेज: कमाई का सबसे सरल तरीका | Home Tutor Business Idea in Hindi

Home Tutor Business Idea in Hindi शिक्षा से जुड़ा हुआ बिज़नेस आईडिया है जिससे आप बच्चो को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही अच्छा खासा पैसा भी कमा सकते है. 

कहते है शिक्षा कभी भी व्यर्थ नहीं जाती है और शिक्षित होने का उद्देश्य कभी भी नौकरी पाना नहीं होता है. शिक्षा आपको व्यावहारिक जीवन जीना सिखाती है और कठिन से कठिन परिस्थितियों से उबरने का हुनर देती है. बेशक आपकी आर्थिक स्थिति कैसी भी हो पर यदि आप शिक्षित है तो आप खाली पेट नहीं सोएंगे. 

शिक्षा जीवन यापन तथा आर्थिक खुशहाली के कई सारे दरवाजे खोलती है, और इन्ही में से एक है होम ट्यूशन देने का कार्य. आज के समय में, मुख्यरूप से कोरोना महामारी के बाद, होम ट्यूशन तथा होम ट्यूटर्स की मांग काफी ज्यादा बढ़ गयी है. ऐसे में यदि आप भी Home Tutor Service प्रदान करने का निर्णय लेते है तो यह आपके लिए एक अच्छा Business idea साबित हो सकता है. 

आखिर क्या होती है होम ट्यूटर सर्विस? 

साधारण शब्दों में कहें तो स्टूडेंट्स को उनके घर पर जाकर ट्यूशन देने की प्रक्रिया को होम ट्यूशन या होम ट्यूटर सर्विस बोलते है. Home Tutor Service में कम से कम 2 लोगो की भागीदारी होती है जिसमे एक विद्यार्थी तथा दूसरा शिक्षक होता है. 

जहाँ विद्यार्थी को शिक्षा तथा शिक्षक को पैसो की आवश्यकता होती है तथा होम ट्यूशन के माध्यम से दोनों से अपने अपने उद्देश्य को प्राप्त करते है. होम ट्यूशन बिज़नस मुख्य रूप से स्कूली पाठ्यक्रमों पर आधारित होता है, हालाँकि आप चाहें तो काम्पेटेटिव एक्साम्स के लिए भी होम ट्यूशन दे सकते है. 

होम ट्यूशन का बिज़नेस करने के लिए आपकी कम से कम एक विषय पर अच्छी पकड़ होनी ही चाहिए. अतः जिस विषय में आप अच्छे है उसी विषय में ट्यूशन देंना सही रहता है. 

कौन बन सकता है होम ट्यूटर? 

होम ट्यूटर का काम हर वो इन्सान कर सकता है जिसने पढाई में कम से बारहवी या फिर ग्रेजुएशन किआ हो. साथ ही ऐसे लोग जो अपनी बातो से दुसरो को प्रेरित कर पाने की क्षमता रखते है वह होम ट्यूशन के बिज़नेस में अच्छा परफॉर्म करते है. 

वह लोग जिनमे दूसरो को समझाने की प्रतिभा नहीं होती है वे कहीं न कहीं अच्छे शिक्षक नही बन पाते है चाहें फिर उनके पास कितना भी ज्ञान हो. इसके अलावा यह एक ऐसा कार्य है जिसको करने के लिए आपकी सामाजिक क्षवी अच्छी होनी चाहिए, आप पर किसी भी तरह की अपराधिक गतिविधि का आरोप नहीं होना चाहिए. 

ऐसे लोग जो शराब अथवा अन्य मादक पदार्थो के लती होते है या फिर चरित्र के अच्छे नही होते है उनपर आम लोग भरोसा नहीं कर पाते है. ऐसा होने पर लोग आपको अपना बच्चा पढ़ाने के लिए नहीं देते है, चाहें आपके पास कितना भी ज्ञान हो. 

होम ट्यूटर होने के फ़ायदे

किसी भी बिज़नेस या कार्य को करने के पीछे एक जरुरत छिपी होती है. जब बात शिक्षण की हो तो यहाँ पर शिक्षक मुख्य जरूरते दो ही होती है. पहली जरुरत होती है पैसा और दूसरी जरुरत होती हो ज्ञानार्जन. Home Tutor Service देकर आप पैसा और ज्ञान दोनों ही कमा सकते है, जो की इस बिज़नेस के मुख्य फायदों में सुमार है. 

आर्थिक आमदनी 

सामान्य तौर पर अगर देखा जाए तो एक बच्चे को होम ट्यूशन देने के लिए कम से कम 1500 से 2000 रूपए मिलते है. ऐसे में यदि आप दिन के 10 से 15 बच्चो को भी ट्यूशन देते है तो आपकी मासिक कमाई कम से कम 17 से 25 हजार तक हो सकती है. साथ ही यह एक Zero Investment Business है अर्थात इस कार्य से आपको जितना भी पैसा मिलेगा सब मुनाफा ही होगा. 

ज्ञानार्जन 

शिक्षक होने का फायदा ये भी है की बच्च्चो को पढ़ाते पढ़ाते आपके खुद के स्किल्स भी शार्प हो जाते है. आपकी सोचने और समझने की प्रवृति प्रैक्टिकल हो जाती है और आप पहले से बेहतर तरीके से सोचने लगते है. साथ ही आपने जो चीजे पहले से पढ़ी होती है उनका रिवीजन भी चलता रहता है. 

निश्चित टाइमिंग तथा हॉलीडेज 

शिक्षा एक मात्र ऐसा क्षेत्र है जिसमे आपको सबसे ज्यादा छुट्टियाँ तथा फ्लेक्सिबल टाइमिंग दी जाती है. चाहें साप्ताहिक छुट्टी हो, या फिर फेस्टिवल हालीडेज हर छुट्टी निशित तौर पर मिलनी ही है. 

होम ट्यूशन से स्टूडेंट्स के फायदे 

होम ट्यूशन विद्यार्थियों को अपने घर में रहकर ज्ञानार्जन का मौका देने के साथ ही अन्य कई फायदे देती है. विद्यार्थियों के लिए होम ट्यूशन के निम्न फायदे हो सकते है. 

घरेलू माहौल तथा भयमुक्त वातावरण 

बाल मनोविज्ञान की माने तो विद्यार्थी एक विद्यार्थी के लिए उसके आसपास का वातावरण सबसे महत्वपूर्ण होता है और वे अपने अनुकूल वातावरण में चीजो को ज्यादा बेहतर समझते है. चूँकि बालको लिए उनका घर सबसे अच्छा स्थान माना जाता है इसलिए वे घर में ज्यादा अच्छे से सीखते है. 

साथ ही अपने घर में रहते हुए विद्यार्थी खुद को अधिक सेफ महसूस करते है तथा वे टीचर से खुल कर प्रश्न करते है. ऐसा होने पर बालको में सोचने तथा सवाल करने की क्षमता विकसित होती है जो की शिक्षा के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. 

कमजोर विषय पर अधिक ध्यान 

स्टूडेंट्स के लिए होम ट्यूशन लेने का एक फायदा ये भी है की उनको टीचर का सम्पूर्ण अटेंशन मिलता है तथा टीचर्स उन्हें उनके कमजोर विषय पर अधिक कार्य करने के लिए प्रेरित करते है. 

टीचर से सीधा संवाद 

कई बालक शर्मीले अथवा मूढ़ प्रवृति के होते है तथा उनको अध्यापक से बात करने में झिझक महसूस होती है. ऐसे में कई बार बालक कक्षा में चुपचाप बैठे रहते है और समझ न आने पर भी प्रश्न नहीं करते. जबकि होम ट्यूशन में जहाँ बालक अकेला पढाई कर रहा होता है वहां उसे चाहते न चाहते हुए भी अध्यापक से वार्तालाप करनी पड़ती है. 

कैसे करे तैयारी? 

होम ट्यूटर की नौकरी पूरी तरह से फ्री ऑफ़ प्रिपरेशन है, अर्थात ये काम करने के लिए आपको किसी भी तरह की एक्सटर्नल प्रिपरेशन नहीं करनी पड़ती है. हालाँकि खुद को एक अच्छा शिक्षक स्थापित करने के लिए आपको अपनी पर्सनालिटी पर काम करने की जरुरत होगी. 

पर्सनालिटी के अलावा जो दूसरी सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है वह है विषय का चुनाव. वैसे तो प्राइमरी तथा जूनियर के बच्च्चो को सभी सब्जेक्ट्स की कंबाइंड क्लास ही दी जाती है पर यदि आप इस क्षेत्र में लम्बे समय तक टिकना चाहते है तो आपको किसी एक विषय का चुनाव करना ही होगा. 

इसके साथ ही, यदि संभव हो तो, आप खुद को प्रमोट करवाने के लिए बैनर आदि की मदद भी ले सकते है. सोशल मीडिया के माध्यम से बालको को आकर्षित करने के लिए कुछ डेमो वीडियोस भी डाल सकते है. इन तरीकों के अलावा, आप सेल्फ प्रमोशन के और भी तरीके जैसे की अख़बार में विज्ञापन आदि अपना सकते है. 

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होम ट्यूटर बनने के लिए टिप्स | Tips to Become a Home Tutor 

जैसा की हमने पहले भी बताया है की home tutor service हर शिक्षित व्यक्ति प्रारंभ कर सकता है. प्राइवेट ट्यूशन देने के लिए किसी विशेष डिग्री या फिर डिप्लोमा की जरुरत नहीं होती. हालाँकि यदि आप इस क्षेत्र में लम्बे समय तक रहना चाहते है तथा टीचिंग को करियर के रूप में देख रहे है तो आपको अपने आप पर कार्य करने की जरुरत होगी. 

एक अच्छा अध्यापक बनने के लिए आपको निम्न बिन्दुओ पर काम करने की आवश्यकता है; 

चाइल्ड डेवलपमेंट एंड पेडागाजी 

बच्चो को पढ़ाने से पहले यदि आप बालको के बारे में विस्तृत रिसर्च कर लेते है, उनके डेवलपमेंट के विभिन्न स्टेजस को अच्छे से समझ लेते है तो आपको एक अच्छा टीचर बनने से कोई भी रोक नहीं सकता. इसके साथ ही विभिन्न विषयों की पेडागाजी का अध्ययन आपको बेहतर तरीके से पढ़ाने में मदद करेगा. 

इसके अलावा पेडागाजी तथा बाल मनोविज्ञान के अध्ययन से आपके खुद के जीवन में कई सारे महत्वपूर्ण बदलाव भी आएंगे. ये बदलाव आपको कालान्तर में एक अच्छा पिता तथा पति बनने में भी मदद करेंगे. 

माइक्रो टीचिंग 

पढ़ाना एक तरह की कला है जो प्रैक्टिकल के बाद ही बेहतर होती है. ऐसे में यदि आप डायरेक्ट क्लास लेते है या फिर सीधा बच्चो के सामने चले जाते है तो आपकी रेपूटेशन ख़राब होने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए हम आपको माइक्रो टीचिंग करने की, जो की एक प्रकार की टीचिंग रिहर्सल होती है, सलाह देते है. 

ट्रेनिंग 

आप चाहें तो डायरेक्ट ट्यूशन शुरू करने से पहले किसी शिक्षण संसथान जैसे किसी स्कूल या कोचिंग इंस्टिट्यूट में जाकर ट्रेनिंग ले सकते है. ऐसा करने से आप न सिर्फ एक बेहतर अध्यापक बन जायेंगे बल्कि बच्चे भी आपसे जुड़ जाएँगे जिनको आप भविष्य में कोचिंग पढने के लिए प्रेरित कर सकते है. 

इसके अलावा आप अपने पसंदीदा विषय को चुनकर उसको और भी बेहतर बना सकते है. 

रिवीजन 

एक एक्सचे अध्यापक की पहचान ये होती है की वो कभी भी ओवरकॉन्फिडेंस में नही आता. भले ही आपको विषय की हर चीज पता हो, फिर भी जरुरी है की आप जो टॉपिक पढ़ाने जा रहे है उस पर अच्छे से रिसर्च कर ले. ऐसा करने से आप न सिर्फ टॉपिक पर अच्छी पकड़ बना लेंगे बल्कि अधिक विश्लेषण की वजह से टॉपिक से जुड़े ट्रिक्स भी इजात कर पाएँगे. 

बॉटम लाइन 

कहने के लिए home tutor service एक आसान काम है, पर बिना ज्ञान के यह उतना ही कठिन है जितना समंदर से बिना चप्पू के नाव को किनारे लगाना. अतः आपको टीचर बनने से पहले  सेल्फ इवैल्यूएशन की जरुरत होगी. इसके साथ ही होम ट्यूशन एक छोटे स्केल का बिज़नस है जिससे आप साधारण जीवन यापन तो कर सकते हो पर बहुत अच्छा भविष्य नही बना सकते. 

आशा है आपको हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा. किसी भी सम्बंधित प्रश्न के लिए कृपया कमेंट करें!

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